Nagaur, Rajasthan. राजस्थान का मारवाड़ ‘उड़ता पंजाब’ बनता जा रहा है। नशे की तस्करी और स्थानीय नशे के काराेबारी युवा पीढ़ी को नशे के दलदल में धकेलते जा रहे हैं। पार्टी ड्रग्स के तौर पर इस इलाके में एमडीएमए (मिथाइल एनीडियोक्सी मेथामफेटामाइन) ड्रग का इस्तेमाल खास बढ़ता जा रहा है। इसी की तस्करी में लिप्त एक लेडी तस्कर पूजा भादू को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।नागौर की पुलिस अधीक्षक की डीएसटी टीम ने नशा तस्करी के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए नशा बेच रही लेडी तस्कर को गिरफ्तार किया है. चौंकाने वाली बात है कि मासूम चेहरे और सोशल मीडियो पर नजाकत से पेश आने वाली इस लेडी तस्कर पूजा भादू के पास से पुलिस ने 2.45 ग्राम स्मैक और 2.45 ग्राम एमडी जब्त की है. इसके साथ ही उसके पास से एक अवैध पिस्तौल और दो कारतूस बरामद भी किए गए हैं. लेडी तस्कर पूजा सोशल मीडिया पर खासी एक्टिव रहती है और अपनी लग्जरी लाइफ को दिखाती है.
नागौर पुलिस की गिरफ़्त में लेडी ड्रग तस्कर
पुलिस के अनुसार एमडी और स्मैक जैसा खतरनाक नशा बेचने वाली इस लेडी तस्कर को लेकर डीएसटी को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक युवती नागौर शहर में एमडी और स्मैक बेचती है. उसके बाद डीएसटी ने इस युवती पर लगातार नजर रखनी शुरू की. बाद में रविवार को मुखबिर से पुख्ता सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे स्मैक और एमडी के साथ गिरफ्तार कर लिया. उससे पूछताछ की जा रही है. पूजा भादू सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से एक्टिव रहती है. वह इंस्टाग्राम पर आए दिन नई पोस्ट करके अपनी लग्जरी लाइफ दिखाती रहती है. इंस्टाग्राम पर लग्जरी गाड़ियों के साथ लग्जरी लाइफ दिखाने और रुपयों के साथ कई पोस्ट पूजा भादू के द्वारा की जा चुकी है. पूजा की कुछ समय पहले एक कॉमेडियन के साथ सोशल मीडिया पर जमकर बहस भी हुई थी. उसके बाद यह युवती पुलिस की नजर में आ गई. पुलिस ने लगातार इस पर नजर रखी और अब यह नशे के साथ पकड़ी गई है. पुलिस पूजा से पूछताछ में जुटी है. शक्ल सूरत से मासूम लगने वाली पूजा कब से इस कारोबार में लिप्त है इसकी तह तक जाने का प्रयास किया जा रहा है. पूजा ने यह तस्करी का यह काम कब और किसके कहने से शुरू किया इसकी भी पड़ताल की जा रही है. पुलिस पूजा के तस्करों के साथ संबंधों की कुंडली भी खंगाल रही है. पुलिस का उम्मीद है कि पूजा के मार्फत किसी बड़े नशा तस्करी के रैकेट का खुलासा हो सकता है.
राज्य सरकार कमजोर वर्ग के कल्याण के लिए कृत संकल्पित – टीकाराम जूली