Rajasthan विधानसभा में उठा मामला, दक्षिणी राजस्थान में पहुंच चुका हैं इसका बीज.
Jaipur. राजस्थान विधानसभा में पूर्व विधानसभा स्पीकर, पूर्व केंद्रीय मंत्री और भीलवाड़ा के शाहपुरा से विधायक कैलाश मेघवाल के दक्षिणी राजस्थान में नक्सलवाद की आहट वक्तव्य पर सोशल मीडिया वार छिड़ गया. कैलाश मेघवाल ने कहा कि दक्षिणी राजस्थान में नक्सलवाद के बीज पहुंच चुके हैं जिसे रोका जाना चाहिए.
इस वक्तव्य के बीच ही डूंगरपुर के चौरासी विधानसभा से विधायक राजकुमार रोत, जोकि भारतीय ट्राइबल पार्टी से आते हैं उन्होंने इसका विरोध किया.
मेघवाल राजस्थान में उठ रही भीलीस्तान की मांग पर बोल रहे थें कि ऐसी मांग राजस्थान को खंडित करने वाली मांग हैं.उन्होने कहा कि इसकी मांग विधानसभा तक पहुंच चुकी हैं.
पश्चिम बंगाल के नक्सल बाड़ी गांव की तरह दक्षिणी राजस्थान में नक्सल के बीज पहुंच चुके हैं जिसे रोकना बहुत जरूरी हैं. BTP विधायक के बीच विरोध के बाद स्पीकर ने उन्हें बिठा दिया. मेघवाल ने इसके बाद कहा कि इस मुद्दे पर कई ऐसे टेंपर्स हाई होंगे परंतु इसका रास्ता निकालना होगा जिससे आदिवासियों के बीच फैल रहे असंतोष को खत्म किया जा सके.
मेघवाल को अपशब्दों का सोशल मीडिया ट्रेंड क्यों?
इस मामले पर कई सोशल मीडिया यूजर्स मेघवाल को ट्रोल कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ टिप्पणियां कर रहे हैं.
