Rajasthan: Bulldozer run at the resort of Divya Mittal ASP of SOG (Rajasthan Police), arrested in bribery case.
Udaipur. राजस्थान में बीते दिनों रिश्वत और एकस्टोर्शन के आरोप में ACB द्वारा गिरफ्तार की गई स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), राजस्थान पुलिस की ASP दिव्या मित्तल के उदयपुर में स्थित रिजॉर्ट पर आज उदयपुर यूआईटी ने बुलडोजर चलाया यूआईटी उदयपुर ने अवैध निर्माण और फॉर्महाउस के पट्टो पर बने वाणिज्यिक गतिविधियों को संचालित करने तथा न्यास ने पैरामीटर्स का हवाला देते हुए कहा कि निर्माण को अवैध माना. यूआईटी ने अनुसार से इस रिजॉर्ट को बनाने की कोई कमर्शियल परमिशन नहीं ली और कृषि भूमि पर बने होटल को ध्वस्त कर दिया.

ज्ञात हो कि बीते दिनों अजमेर से गिरफ्तार हुई स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की एडिशनल एसपी, राजस्थान पुलिस दिव्या मित्तल पर आरोप है कि उन्होंने 2 करोड रुपए की रिश्वत ली थी और दवा के मामले में गिरफ्तार हुए 2 लोगों को आरोप से बरी करने और उन पर किसी प्रकार की कार्रवाई न करने की एवज में उन्होंने यह रिश्वत ली थी.
क्या बोले यूआईटी के प्रवर्तन अधिकारी
UIT उदयपुर के तहसीलदार विमलेंद्र राणावत का कहना हैं कि जब एएसपी दिव्या मित्तल का प्रकरण एसीबी में आया और मीडिया में हाइलाइट होने के बाद हमने इस भूमि और इमारत की जांच पड़ताल की और उसके बाद न्याय संगत कार्रवाई को अंजाम दिया गया हैं. उन्होंने इसकी बाजार किमी तकरीबन 4 करोड़ रुपए बताई.

ये वही रिसोर्ट जहां दिव्या अपने साथी के साथ मिलकर सौदेबाजी करती थी
उदयपुर के नजदीक चिकलवास स्थित इसी नेचर हील रिसोर्ट में दिव्या कारोबारियों और अन्य लोगों को केस सैटल करने की एवज में सौदेबाजी करती थीं. भ्रष्टाचार की बुनियाद पर टिकी इमारत को आज शुक्रवार तड़के उदयपुर के नगर विकास न्यास के प्रवर्तन दस्ते ने ध्वस्त कर दिया.
कौन हैं आरपीएस दिव्या मित्तल
मूलत: हरियाणा की रहने वाली है दिव्या का परिवार झुंझुनू जिले के चिड़ावा आ गया था. दिव्या ने वहा के एक कॉलेज में अध्यापन कार्य भी किया. दिव्या ने प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास करने के बाद जब उन्हें RAS नहीं मिला तो उसने पुलिस सेवा में RPS बनने का निर्णय लिया. दिव्या राजस्थान में अलग-अलग जगहों पर भी काम कर चुकी हैं. दिव्या मित्तल राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की एएसपी के रूप में अजमेर तैनात थी. उत्तराखंड और गुरुग्राम के दवा कारोबारी को नकली दवाइयां बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद दिव्या मित्तल ने कारोबारियों को कार्रवाई न करने और आरोपों से बरी करने का हवाला देते हुए दलाल सुमित के साथ मिलकर रिश्वत की मांग की थी.

पैसा न देने पर दिव्या ने व्यापारियों को धमकाते हुए अंजाम भुगतने को कहा था. दिव्या के भाईयो का बिजनैस हैं और आरोप है दिव्या एक निलंबित कांस्टेबल सुमित के साथ मिलकर वसूली के खेल को अंजाम दे रही थी.
ACB कार्रवाई की भनक लगते ही झील में फेंक दिए थे मोबाईल
दिव्या को जब भनक लगी की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम उन्हे ट्रेस कर रही हैं और उसे सर्विलांस पर रखा जा रहा हैं तो दिव्या ने अपने दोनों मोबाईल फोन अजमेर के अन्नासागर झील में फेंक दिए थे. पुलिस ने उन्हें ढूंढने में एनडीआरएफ का सहयोग लिया था.
