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सानिया मिर्ज़ा केवल एक भारतीय महिला टेनिस स्टार ही नहीं बल्कि वे भारतीय महिलाओं के लिए एक प्रेरणा भी हैं | अपने शानदार व सफलतम टेनिस करियर को सानिया मिर्ज़ा ने आधिकारिक रूप से अलविदा कह दिया है, अपने खेल के दम पर सानिया मिर्ज़ा ने भारत का नाम महिला टेनिस में विश्व स्तर पर रोशन किया | उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट कर इस बात का एलान किया है | सानिया मिर्ज़ा ने इंस्टाग्राम पोस्ट Instagram Post के माध्यम से बताया कि वह ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद अपने बेटे के साथ अधिक वक्त बिताना चाहेंगी, उन्होंने आगे लिखा कि ३० साल पहले हैदराबाद की एक ६ साल की लड़की टेनिस कोर्ट पर पहली बार अपनी माँ के साथ गयी और कोच ने बताया कि टेनिस कैसे खेलते हैं | वे आगे लिखती है कि टेनिस सीखने के लिए में बहुत छोटी हूँ, मेरे सपनों की लड़ाई ६ साल की उम्र में शुरू हुई | भारतीय टेनिस स्टार ने विश्व पटल पर कई ख़िताब अपने नाम किये व डबल में ३ बार चैंपियन रह चुकी हैं | सान्या ने २०१६ ऑस्ट्रेलियाई ओपन में विमेंस डबल का ख़िताब अपने नाम किया था | इसके अलावा विमेंस डबल में सानिया मिर्ज़ा ने २०१५ का विंबलडन और यूएस ओपन का खिताब अपने नाम किया था | ये तीनों ही खिताब जो उन्होंने अपने नाम किये थे ये विश्व टेनिस के प्रमुख खिताबों में आते है | हालांकि सानिया सिंगल के ग्रैंडस्लैम में कोई खिताब नहीं जीत पायी लेकिन डबल व मिक्स में वह ऑस्ट्रेलियाई ,फ्रेंच व यूएस ओपन का खिताब जीत चुकी हैं |
२०२३ का ऑस्ट्रेलिआई ओपन इस भारतीय टेनिस स्टार का आखिरी ग्रैंडस्लैम होगा, सानिया मिर्ज़ा ने बताया था कि ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद वह दुबई में होने वाली टेनिस चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी जो की उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा, इस टूर्नामेंट के बाद वह टेनिस को अलविदा कह देंगी | Sania also announced on Twitter