डेस्क. देश में एक चर्चित नाम हैं गौतम अदाणी. होगा भी क्यों नहीं बुलेट ट्रैन से ज्यादा रफ्तार से गौतम अदाणी के ग्रुप “Adani ” ने प्रगति की हैं. आज गौतम अदाणी दुनिया के तीसरे और एशिया के सबसे धनाढ्य व्यक्ति हैं. देश के प्रधानमंत्री के बेहद करीबी माने जाते हैं. कोयला, एयरपोर्ट, पोर्ट, बिजली और ग्रीन एनर्जी समेत कई सौ कंपनियों के साम्राज्य को स्थापित करने वाले गौतम अदाणी की “तेजी से हुई प्रगति” बेहद चौकाने वाली और एक माइलस्टोन हैं.
अदाणी समूह भारत के अलावा भी दुनिया के कई देशो में फैला हुआ हैं.
इतना बड़ा व्यावसायिक घराना और उसके मुखिया को कोई खतरा या लोगों के निशाने पर ना हो ये तो हो ही नहीं सकता . गौतम अदाणी के साथ भी ऐसा ही वाकया हुआ.
गौतम अदाणी को अहमदाबाद आये 15 वर्ष से अधिक हो चुके थे और वे व्यापार को शानदार ग्रोथ दे चुके थे. 1998 में जब गौतम अडानी अपने एक दोस्त शांतिलाल पटेल के साथ कर्णावती क्लब से घर जाने को कार में बैठे ही थे कि कुछ लोगो ने बन्दुक की नोंक पर उनको किडनैप कर लिया . दरअसल फिरौती के चक्कर में गौतम अदाणी का अपहरण किया था. अगले ही दिन अदाणी और उनके दोस्त को रिहा कर दिया था. उन दिनों अंडरवर्ल्ड कई और घटनाओं को अंजाम देता रहता था. जनवरी 1998 में गुजरात पुलिस की चार्जशीट दर्ज की थी जिसमे फजलुर्रेहमान और भोगीलाल दर्जी समेत कुल 8 लोगों को आरोपी बनाया था.
2018 में कोर्ट ने बरी कर दिया था आरोपियों को
2018 में अहमदाबाद की अदालत ने दो मुख्य आरोपियों- गैंगस्टर फजलू रहमान और भोगीलाल दर्जी उर्फ ‘मामा’ को बरी कर दिया था. 2005 में भी 6 आरोपियों को सबूतों के अभाव के कारण बरी कर दिया था. रहमान पर कई आपराधिक केस भी चल रहे थे और उस समय साबरमती सेंट्रल जेल में बंद था, जबकि भोगीलाल दर्जी उर्फ़ मामा जमानत पर बाहर था. आरोपियों के वकील कुणाल एन शाह ने कहा कि कोर्ट ने उनके मुवक्किलों को बरी कर दिया क्योंकि अभियोजन पक्ष अपहरण और इसमें उनकी भूमिका को साबित करने में विफल रहा.
दर्जी दुबई भाग गया था और फजलू नेपाल
रिपोर्ट के अनुसार दर्जी घटना के बाद दुबई भाग गया था और फरार रहने के बाद 2012 में उसे दुबई से भारत को सौंपा था. फजलू को पुलिस ने पहले ही 2006 में नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर दिया था.
26/11 के भी चश्मदीद है गौतम अदाणी
मुंबई के होटल ताज में हुए आतंकवादी हमले में गौतम अदाणी चश्मदीद और सर्वाइवर हैं. गौतम अडानी हमले के दिन होटल ताज में अपने दुबई से आये एक दोस्त के साथ खाना खा रहे थे उसी दौरान वह आतंकवादियों ने हमला कर दिया.
