नई दिल्ली. Jaypee ग्रुप की फ्लैगशिप फर्म जयप्रकाश एसोसिएट ने बैंक का 4059 करोड़ रुपए का ऋण नहीं चुकाया हैं. इस रकम में मूल और ब्याज दोनों शामिल हैं.
JAYPEE ग्रुप देश का बड़ा उद्योग समूह हैं जो सीमेंट, बिल्डिंग, इंफ्रा, पॉवर समेत कई बिजनेस में अपनी प्रेजेंस रखता हैं. Jaypee ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में, जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) ने कहा कि कंपनी ने 31 दिसंबर को मूल राशि 1,713 करोड़ रुपये और 2,346 करोड़ रुपये के ब्याज के पुनर्भुगतान में चूक की हैं.
ये लोन अलग अलग बैंको का हैं एवम् निधि बेस्ड वर्किंग कैपिटल, गैर निधि आधारित, टर्म लोन और एफसीसीबी (विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड) के आधार पर लिया गया हैं.
सितंबर 2018 में आईसीआईसीआई बैंक ने जेएएल के खिलाफ दिवाला याचिका दायर की लेकिन मामला अभी भी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की इलाहाबाद पीठ के पास लंबित है.
ज्ञात हो इसके अलावा भी कई बैंको का बड़ा ऋण जेपी पर बकाया हैं और देश का बड़ा वित्तीय संस्थान एसबीआई भी NCLT के पास JAYPEE 7हजार करोड़ के डिफॉल्ट केस को ले जा चुका हैं.
Jaypee ने अपनी सीमेंट कंपनी की हिस्सेदारी और संपति डालमिया भारत को बेच दी हैं. इससे भी Jaypee को अपना कर्जा कम करने में मदद मिलेगी.
