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ब्लैक पर्ल ऑफ़ ब्राज़ील – पेले

क्या आप एडसन अरांतिस डो नेसिमेंटो नाम से परिचित है ? अधिकतर लोगों का जवाब ना ही होगा | इसमें अचम्भे की भी कोई बात नहीं क्यूंकि यहाँ हम जिस शख्सियत की बात करने जा रहे हैं उन्हें बहुत ही कम लोग अपने वास्तविक नाम से जानते होंगे, किन्तु अगर आपसे पूछा जाए के क्या आप ‘पेले’ को जानते हैं तो आप कहेंगे की ये तो महान फुटबॉल खिलाडी है इन्हें कौन नहीं जनता, जी हाँ आप बिलकुल सही हैं | मैंने शुरू में जिस नाम के बारे में आपसे पूछा था वो और कोई नहीं बल्कि ब्राज़ील के महान फुटबॉल खिलाडी पेले का ही नाम है |

१९७७ में खेल से रिटायरमेंट लेने वाले पेले, आज भी दुनिया के सबसे महान खिलाडियों में शामिल हैं ,कुछ समय से किडनी और प्रोस्टेट बिमारियों की वजह से २९ दिसंबर २०२२ को फुटबॉल सम्राट ने ८२ साल की उम्र में अपनी अंतिम सांस ली | पेले फुटबॉल के सबसे महान खिलाडी थे, पेले तीन फ़ुटबॉल विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं | ऐसा करने वाले वो दुनिया के इकलौते खिलाडी हैं,अपने करियर में १३६३ मैच खेलने वाले पेले ने रिकॉर्ड १२८१ गोल किए, उन्होंने फुटबाल को नई दिशा दी और अपने आप को भी विश्व पटल पर काफी ऊंचाइयों पर स्थापित किया |

पेले को “फुटबॉल सम्राट” कहा जाता है | पेले का जन्म २३ अक्टूबर १९४० को ब्राज़ील में हुआ था | उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था | बचपन से ही पेले को पढ़ने में कोई विशेष रूचि नहीं थी, उनका ज़्यादा दिलचस्पी खेलों में थी ख़ासतौर पर फुटबॉल के प्रति उनकी दीवानगी | गरीबी के कारण उन्हें ज़्यादा सुविधा नहीं मिल पाती थी जिसके कारण अखबार भरे मोज़े से वह फुटबॉल खेला करते थे | उनके पिता ने उन्हें फुटबॉल खेलना सिखाया था | फुटबॉल खेलने के साथ साथ अपने परिवार की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें एक चाय की दूकान में वेटर का काम भी करना पड़ता था | अपनी गरीबी को उन्होंने अपने करियर के आगे हावी नहीं होने दिया | पेले अपनी मेहनत और लगन से फुटबॉल किंग कहलाये | पेले ने दुनिया भर के लोगों को अपनी खेल प्रतिभा से प्रभावित किया जिससे लोगों का फुटबॉल के और झुकाव बढा | आज के समय में फुटबॉल के कई प्रतिष्ठित खिलाडी भी पेले को अपना प्रेरणा स्त्रोत मानते हैं | पेले के करियर की शुरुआत तब हुई, जब फुटबॉल स्टार डी ब्रिटो को यह यकीं हो गया की उनके पास अभूतपूर्व प्रतिभा है | उन्होंने सेंटोस के लिए पेले को ले लिया, जहाँ उन्हें पेशेवर क्लब, सेंटोस एफ सी में शामिल किया गया था | पेले ने जून १९५६ में कॉन्ट्रैक्ट साइन किया और सितम्बर में उन्होंने अपना पहला पेशेवर खेल खेला,कोरिंथिस सेंटो आंद्रे के खिलाफ उन्होंने अपना पहला गोल किया। सन १९५७ की शुरुआत में, उन्होंने नियमित रूप से टीम में जगह बना ली और जल्द ही लीग के टॉप स्कोरर बन गए | इस प्रदर्शन की वजह से उन्हें ब्राज़ील की राष्ट्रिय टीम में स्थान दिया गया | अर्जेंटीना के खिलाफ सन १९५७ में उन्होंने अपना पहला अंतर्राष्टीय मैच खेला| पहले मैच में ही पेले ने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय गोल किया हालांकि ब्राज़ील या मैच २-१ से हार गया था | पेले इस मैच में गोल कर पेले अंतर्राष्टीय फुटबॉल में गोल करने वाले सबसे काम उम्र के खिलाडी बन गए | वर्ष १९५८ पेले के लिए उपलब्धियों भरा वर्ष रहा, इस वर्ष विश्वकप के क्वार्टर फाइनल,सेमीफइनल और फाइनल में महत्वपूर्ण योगदान दिया और ४ मैचों में ६ गोल किये | १९५८ वर्ल्डकप में कई रिकॉर्ड अपने नाम किये |
सेंटोस १९५९ में अपने ख़िताब को बरक़रार रखने में असमर्थ था, लेकिन १९६० में पेले ने अपनी पूरी ताकत के साथ खेल को जारी रखा और खेल मैदान में अपना असाधारण प्रदर्शन दिखाया,जिससे सेंटोस को खिताब बरक़रार रखने में सफलता हासिल हुई | १९६२ पेले के करियर का सबसे अच्छा क्लब वर्ष था, उन्होंने न केवल सेंटोस को कोपा लिबर्टाडोरेस प्रतियोगिता में एक रोमांचक जीत दर करने के लिए निर्देशित किया, बल्कि उन्होंने क्लब की सन १९६२ इंटरकॉन्टीनेंटल कप और कंपओंतो ब्रासिलिएरो पर जीत दिलाने में मदद की |

फुटबॉल विश्व कप १९६२ ख़ास नहीं रहा , उन्हें इस विश्वकप अधिकतर चोट की वजह से बाहर ही रहना पड़ा | १९६३ में पेले ने अपने क्लब को खिताब बरक़रार रखने के लिए काफी अच्छे खेल का प्रदर्शन किया| सन १९६४ व ६५ पेले के लिए मिश्रित अनुभव का रहा, फिर आया सन १९६६ विश्व कप जिसमें भी उन्हें कई गंभीर चोटों की वजह से टीम में स्थान नहीं मिल पाया | १९६९ में उन्होंने मरकाना स्टेडियम में पेनल्टी किक से वास्को दी गामा के खिलाफ अपना १००० वां गोल किया|

१९७० का विश्वकप पेले का आखिरी विश्वकप था, जिसमें पेले लिया | उन्होंने टूर्नामेंट में सभी मैच खेले व ब्राज़ील की और से १९ गोल कर अपना योगदान दिया | ब्राज़ील ने यह विश्कप जीता, पेले को अपने प्रभावशाली खेल के लिए ” प्लेयर ऑफ़ डी टूर्नामेंट ” का खिताब मिला | पेले का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आखिरी मैच १८ जुलाई १९७१ को रिओ डी जिनेरिओ में यूगोस्लाविया के खिलाफ खेला था |

पेले के बारे में खुश रोचक तथ्य :-
१ पेले ने ब्राज़ील के लिए ७७ गोल सहित १२८३ प्रथम श्रेणी के गोल स्कोर किये |
२ पेले ने ३ विश्वकप, २ विश्वकप चैंपियनशिप और ९ साओ पाओलो स्टेट चैंपियनशिप जीती |
३ पेले सिर्फ १५ वर्ष के थे जब उन्होंने सेंटोस को साइन किया |
४ १७ वर्ष की उम्र में पेले विश्वकप के सबसे काम उम्र के विजेता बन गए, उन्होंने इसके फाइनल में भी होम साइड स्वीडेन के खिलाफ २ गोल किय |
५ पेले १९९५ में ब्राज़ील के खेल मंत्री चुने गए थे , १९९८ तक इस पद पर उन्होंने अपनी सेवाएं दी |
६ वर्ष १९९९ में उन्हें अंतर्राष्ट्रीय ओलिंपिक समिति द्वारा “सदी के एथलीट ” के लिए चुना गया |

 

यूरोप के क्लब के लिए क्यों नहीं खेले पेले ?
पेले के आलोचकों के कहना है की उनका यूरोप के किसी क्लब के लिए नहीं खेलना चाहिए , दिक्कत ये थी की ब्राज़ील के कई दूसरे छोटे बड़े खिलाडियों की तरह जब वो अपने करियर के चरम पर थे , तब उन्हें विदेश जाने से रोका गया | उन्हें ब्राज़ील में ही रखने का दबाव सरकार की तरफ से भी था | १९६१ में तत्कालीन राष्ट्रपति जैनिओ क्वाड्रोस ने एलान किया की पेले “राष्ट्रिय संपत्ति ” हैं और उन्हें एक्सपोर्ट नहीं किया जा सकता |

Prashant
Author: Prashant