कहा जाता है के क्रिकेट एक किस्मत का खेल है इस कहावत को वैसे तो कई मर्तबा चरितार्थ होते हुए पहले भी देखा गया है किन्तु भारत व बांग्लादेश का दूसरा टेस्ट मैच का चौथे दिन का खेल भी इसका एक उदाहरण है | पहली पारी में ८७ रनो की बढ़त के साथ भारत की पारी समाप्त हुई थी, जिसके बाद बांग्लादेश अपनी दूसरी पारी की बल्लेबाज़ी करने चौथे दिन मैदान में उतरा किन्तु एक के बाद उसके सभी टॉप आर्डर बैट्समेन पवेलियन लौट गए , बांग्लादेश जब अपने ६ विकेट गँवा चूका था तब लग रहा था के किस्मत भारत के साथ है तभी सातवीं जोड़ी लिट्टन दस व नुरुल हुसैन ने अपनी टीम को काफी हद तक संभाला व किस्मत को बराबरी पर ले आये | बांग्लादेश की टीम दूसरी पारी में २३१ रनों पर आल आउट हो गयी | यानि की भारत को बांग्लादेश ने जो लक्ष्य दिया वो महज़ १४५ रनों का ज़रूर लग रहा था मगर जब भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करने मैदान में उतरी तब किस्मत ने एक बार बांग्लादेश का साथ दिया और महज़ ४५ रनों पर भारत के ४ खिलाडी पवेलियन लौट गए | चौथे दिन गेंद काफी स्पिन ले रही थी जिससे ऐसा लग रहा है के कल जब बाकि १०० रनों के शेष लक्ष्य को हासिल करने उतरेगी तब उसकी राह इतनी आसान नहीं होगी | दो मैचों के टेस्ट श्रंखला में भारत १-० से बढ़त बनाये हुए है |
