NLi Desk. इस वर्ष दुनिया में ऐसी कई घटनाएं हुई, ऐसे कई बड़े वाकिए हुए जिन्हें दुनिया कभी नहीं भूल पाएगी और वर्ष 2022 को इन सब के लिए हमेशा याद किया जाएगा यह खबरें क्या है,
पढ़िए………..
- श्रीलंका का आर्थिक संकट :– यह वर्ष 2022 श्रीलंका के लिए बहुत ही मुश्किल भरा रहा. श्रीलंका को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा. श्रीलंका के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी के कारण देश में इकोनामिक क्राइसिस आ गया और वहां की सरकार को इसे नियंत्रण करने के लिए आपातकाल लगाना पड़ गया. संकट के दौरान देश में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए. श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे पहले ही देश छोड़कर भाग गए और भीड़ ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे के ऑफिस में घुसकर कई राष्ट्रीय संपतियों को नुकसान पहुंचाया. घटनाओं का भारत तथा विश्व पर भी काफी असर पड़ा श्रीलंका में जारी गतिरोध के कारण भारत आने वाला 50% से ज्यादा माल जो श्रीलंकाई बंदरगाह से उसमें नुकसान का सामना करना पड़ा.
- रूस यूक्रेन की लड़ाई :- वर्ष 2022 के फरवरी माह में रूस ने यूक्रेन पर हमला करते हुए युद्ध छेड़ दिया. रूस ने इसे विशेष सैन्य करवाई कहते हुए यूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर दिया. यूक्रेन के प्रमुख शहर व राजधानी कीव समेत कई बड़े शहरों में धमाके होने लगे. ये युद्ध अब तक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा हैं. यूरोपीय संघ ( European Union), नाटो (NATO), अमेरिका, UK समेत कई देशों के दबाव के बावजूद ये लड़ाई खत्म होने का नाम नही ले रहीं हैं. अब तक हजारों सैनिक मारे जा चुके हैं और युक्रेन रूस समेत पूरी दुनिया पर इसके आर्थिक संकट के असर को भी देखा जा सकता है.
- दुनिया की जनसंख्या हुई 8 अरब पार :- वर्ष 2022 में विश्व की जनसंख्या 8 अरब पार हो गई. इसमें सबसे बड़ा योगदान भारत का रहा. साल 1950 में विश्व में कुल 2.5 अरब लोग थे और अगले मात्र 72 वर्षो में ये संख्या 8 अरब पहुंच गई. माना जा रहा हैं कि भारतीय आबादी वर्ष 2023 में चीन की जनसंख्या को cross कर जाएगी. कांगो, मिस्र ( Egypt ), इथोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलिपिंस और तंजानिया ये 8 देश 2050 तक जनसंख्या वृद्धि में सबसे आगे होंगे.
- महारानी एलिजाबेथ की मृत्यु :- एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु विश्व की बड़ी घटनाओं के रूप में याद किया जाएगा. महारानी एलिजाबेथ अपनी परदादी महारानी विक्टोरिया के शासन काल से भी लंबे शासन काल तक राज किया. दुनिया भर में ये रियासत सबसे अमीर और ताकतवर मानी जाती हैं. एलिजाबेथ ने 70 वर्षो तक महारानी रही. 8 सितंबर को स्कॉटलैंड में उनका निधन के साथ ही एक अध्याय का अंत हुआ. अब कॉमनवेल्थ देशों के उत्तराधिकारी के रूप में किंग चार्ल्स नए राजा बने.
- भारतीय मूल के ऋषि सुनक का ब्रिटेन का प्रधामंत्री बनना :– वर्ष 2022 के नाम एक ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया जिसमें इंग्लैड के प्रधानमंत्री के पद पर पहली बार किसी भारतीय मूल के व्यक्ति का पदस्थ होना हैं. UK की राजनीति में जुलाई महीने में कई स्कैंडल और आरोपों के चलते प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन इस्तीफा देना पड़ा और उसके बाद कंजरवेटिव पार्टी की नई नेता के रूप में लीज ट्रस प्रधानमंत्री चुनी गई परंतु अपने वादों पर काम न कर पाने के बाद अक्तूबर में उन्होंने भी पद से इस्तीफा दे दिया और फिर नई सरकार के लिए पार्टी के सांसदो ने भारतीय मूल के अमरीकी सांसद ऋषि सुनक को अपना नेता चुना और वे बने ब्रिटेन के भारतीय मूल के प्रधान मंत्री.
- अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता तनाव :– अमेरिका कभी जापान के बहाने तो कभी हांगकांग और कभी भारत तो कभी ताईवान बहाने चीन को घेरता रहता हैं. चीन के विश्व बाजार और दक्षिण चीन सागर में बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए अमेरिका हर मोर्चे पर चीन को घेरता दिखाई देता हैं. इस वर्ष अमेरिका ने चीन को घेरते हुए पहली बार अपनी स्पीकर नेंसी पेलोसी को ताईवान के आधिकारिक दौरे पर भेज कर तनाव को एक नया मोड़ दे दिया. अमेरिका ताईवान की आजादी और संप्रभूत्व के नाम पर चीन को इस वर्ष काफी खदेड़ता रहा. चीन और भारत के रिश्ते भी इस वर्ष किसी बेहतरी की तरफ नही बढ़े. चीन भारत सीमा विवाद में कई घटनाएं हुई जिनपर आंतरिक राजनीति गरमाई. डोकलाम और डेमचोक में चीन भारत सुरक्षा बलों का टकराव चर्चा का विषय रहा. नवंबर माह में भी भारतीय फौजियों ने चीन के सैनिकों को खदेड़ा .
- एलन मस्क का Twitter खरीदना :- दिग्गज सोशल मीडिया प्लेटफार्म को दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने खरीद लिया. कार कंपनी टेस्ला और Space X के मालिक का दुनिया की राजनीति और पत्रकारिता के क्षेत्र में आना इस वर्ष की बड़ी घटनाओं में याद रहेगा. मस्क ट्विटर को कितना आजाद और बेहतर कर सकते हैं इस पर सबकी नजर हैं. Tesla के मालिक Elon Musk एक सनकी और इनोवेटिव Billionaire के रूप में जाने जाते हैं. मस्क ने ट्विटर को 44 बिलियन अमेरिकी डॉलर में खरीद कर इसके सभी टॉप मैनेजमेंट के लोगों को बाहर का रास्ता दिखा दिया जिसमें ट्विटर के पूर्व CEO पराग अग्रवाल भी शामिल थे.
- ईरान के प्रदर्शन और अफगानिस्तान में लड़कियों के स्कूल जाने पर पाबंदी :- इस वर्ष ईरान में ड्रेस कोड और हिजाब को लेकर कुर्दिश महिलाओं और इसके समर्थक पुरुषों ने भी प्रदर्शन किए. ईरान के शहर तेहरान से लेकर पूरे देश में हिजाब के विरोध में प्रदर्शन हुए. कई जगहों पर हिजाब जलाए गए. ईरान के बाद ईरानी महिलाओं और लड़कियों के समर्थन में दुनिया भर में भी इसको स्पोर्ट मिला. अफगानिस्तान में तालिबान ने लड़कियों को स्कूल जाने पर पाबंदी लगा दी और लड़कियों से उनका हक छीनने की कोशिश की.
- इजराइल का सऊदी और बाकी मुस्लिम देशों के साथ नजदीकी :– इस वर्ष इजराइल ने सऊदी अरब समेत कई देशों के साथ अपने संबंधों की शुरुआत की. ज्ञात हो को मुस्लिम देशों द्वारा इजराइल का हमेशा विरोध होता हैं परंतु सऊदी अरब और अन्य कई मुस्लिम देशों ने इस पर नया स्टेप लेते हुए इजराइल के साथ राजनैतिक और आर्थिक क्षेत्र में नई शुरुआत की.
- आतंकवाद चरम पर :- धार्मिक और कट्टरवाद में वृद्धि के साथ ही विश्व में आतंकी घटनाओं में इजाफा हुआ हैं. दुनिया के कई देश अस्थिरता झेल रहे है. आतंकवाद के कारण दुनिया की एक बड़ी आबादी सहमी हुई हैं. सोमालियाई सिविल वार, बोको हरम द्वारा घटनाएं, सिनाई विद्रोह शामिल रहे.
- मुद्रास्फीति और आर्थिक संकट :– दुनिया के कई देशों में महंगाई की दर तेजी से बढ़ी. मुद्रा स्फीति (Inflation rate) जिससे कई देशों में आर्थिक संकट आया और इसके कारण अस्थिरता पैदा हुई.
- G 20 देशों की अध्यक्षता भारत को और भारत रूस संबंधों पर दुनिया की नजर :- भारतीय विदेश मानती S जयशंकर समेत कई भारतीय अथॉरिटी को दुनिया ने रूस -भारत के संबंधों और सवाल पूछे जिसमें दुनिया के प्रतिबंधों के बावजूद रूस से भारत का तेल खरीदना प्रमुखता से रहा. भारत ने इस पर अडिग रहते हुए अपनी स्वतंत्र व्यापारिक नीति का हवाला दिया.